एलर्जी खांसी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि
Khasi Ki Patanjali Ki Dawa एक ऐसी औषधि है जो न सिर्फ़ फेफड़ों को स्वस्थ रखती है बल्कि सांस से जुड़ी समस्याओं के इलाज में भी उपयोगी है। इस खांसी की पतंजलि की दवा लेख में हम आपको एलर्जी खांसी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि के फायदे, नुकसान के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। आजकल बढ़ते प्रदूषण और कमजोर इम्यूनिटी की वजह से अक्सर लोग खांसी से परेशान हो जाते है। कभी-कभी रात में खांसी इतनी बढ़ जाती है कि सोना मुश्किल हो जाता है। निजला जुखाम की समस्या से छुटकारा पाने के लिए और Khasi Ki Patanjali Ki Dawai का सेवन करे।
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Khasi Band Karne Ki Patanjali Ki Dawa
1. खांसी की दवा पतंजलि श्वासारि रस के फायदे:-
पतंजलि की दिव्य श्वासारि रस फेफड़ों की सभी प्रकार की समस्याओ के लिए 1 हर्बल और सबसे बेस्ट फार्मूला है। इसके उपयोग के शरीर के स्वस्थ के लिए बेहद फायदे हैं जैसे, खांसी की समस्या का इलाज और दर्द और संक्रमण से राहत, और अंगों को शक्ति प्रदान करना, ऑक्सीजन की आपूर्ति को नियंत्रित करना, अन्य रोगाणुओं से रक्षा करना आदि। इस प्राकृतिक उत्पाद में अस्थमा के घरेलू उपचार के गुण पाए जाते हैं। जिसमे फेफड़ों की पूरी देखभाल और इलाज शामिल है।
दिव्य श्वासारि रस के कुछ सामान्य फायदे:-
यह ब्रोंची से सभी प्रकार के माइक्रोबियल संक्रमण को दूर करने में मदद करता है। सामान्य सर्दी और फ्लू के मामले में फायदेमंद साबित होता है। यह दवा विंड पाइप और फेफड़ों के आसपास के क्षेत्रों को साफ करती हैं। यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटी विभिन्न मौसमी परिवर्तनों और माइक्रोबियल संक्रमणों का सामना करने के लिए फेफड़ों को शक्ति प्रदान करती है। यह साइनसाइटिस के मामले में अनुशंसित सही दवा है। यह तीव्र अस्थमा और तपेदिक के मामले में भी फायदेमंद साबित होता है। यह फेफड़ों में जमे बलगम को बाहर निकालने में मददगार साबित होता है।
2. खांसी की दवा पतंजलि दिव्य श्वासारि प्रवाही के फायदे:-
खांसी की दवा पतंजलि दिव्य श्वासारि प्रवाही एक आयुर्वेदिक सिरप हैं। जिसे बनाने के लिए बहुत सारी जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया हैं। इसका उपयोग फेफड़ों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने के लिए किया जाता हैं। यह खांसी, सर्दी, सांस फूलना, गले में खुजली और नाक बंद होने जैसे समस्याओं के इलाज में किया जाता हैं।
इसके अलावा सांस लेने में होने वाली समस्या व श्वसन तंत्र की मांसपेशियों को आराम देता हैं। यह दमा के हमलों को रोकने में मदद करता है। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनता हैं और यह खांसी जुखाम करने वाले संक्रमण से बखूबी लड़ता हैं। पतंजलि दिव्य श्वासारि प्रवाही में विभिन्न आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं जैसे काली मिर्च, भृंगराज, तेजपात्रा, सोंठ, लवंग, दालचीनी, मुलेठी, छोटी पीपल और तुलसी।
3. खांसी की दवा पतंजलि दिव्य लवंगादि वटी के फायदे:-
लवंगादि वटी एक बेहद गुणकारी औषधि है, जैसे की लवंगादि वटी का उपयोग खांसी में , सिर के दर्द में, मुंह के छाले में और सांसों के रोगो के इलाज में किया जाता हैं। यह खांसी की पतंजलि की सबसे बेस्ट दवा है। यह सूखी तथा गीली खांसी दोनों ही प्रकार की खाँसी में लाभ पहुंचाती है।
यह पतंजलि द्वारा खांसी सम्बन्धी रोग के उपचारों के लिए दी जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण खांसी की दवाइयों में से एक है। आयुर्वेदिक खांसी की दवा पतंजलि दिव्य लवंगादि वटी को बनाने के लिए कई सारे पतंजलि की जड़ी-बूटियों का उपयोग किया गया हैं, जैसे की लवंग का फूल, मरिच का फल, अक्षफल की फली, खदिरसार, और बब्बूल कषाय।
4. खांसी की पतंजलि स्वरसारी वटी के फायदे:-
पतंजलि स्वरसारी वटी सर्दी, खांसी और ऐसे ही अन्य रोगों के इलाज के लिए एक कारगार दवा हैं। इसमें उपयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में सर्दी, खांसी से लड़ने वाले गुण पाए जाते हैं। खांसी की दवा पतंजलि श्वासारि वटी एक आयुर्वेदिक औषधि हैं। जिसे बनाने के लिए इन सभी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया हैं जिसमे शामिल हैं मुलेठी, कुष्ठ, दालचीनी, सुखैला, तेजपत्ता, नागकेशर, फूलप्रियंगु, नीलोत्पल, गिलोय, लवंग, हरीतकी, विभीतकी, आमलकी, अभ्रक भस्म, लोहा भस्म, भृंगराज स्वर, अर्जुन क्वाथ, जावा क्वाथ, मकोया स्वर, गुंजा जड़।
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